ए जिंदगी...
ए जिंदगी चल...
अब बिछड जाते है हम
कुछ खुशी कुछ गम
यही पे छोड जाते है हम..
ए जिंदगी चल..
बहोत सारे सपने
देखे थे हमने..
कुछ पुरे हुए..
कुछ अधुरे रह गये..
अब सिर्फ यादो मे
समेट जाते है हम
ए जिंदगी चल...
अब बिछड जाते है हम
कुछ खुशी कुछ गम
यही पे छोड जाते है हम..
ए जिंदगी चल..
कुछ सपने बिखर गये
कुछ अपने बिछड गये
कुछ फुल खिलते खिलते
यु ही मुरझा गये...
अब इस बेकार की बातो में
क्यू उलझे हुए है हम
ए जिंदगी चल...
अब बिछड जाते है हम
कुछ खुशी कुछ गम
यही पे छोड जाते है हम..
ए जिंदगी चल
अब दिन ढल चुका
कारवा बिछड गया
अब रात दस्तक दे रही है
अब साया भी बिछड गया
चल अब एक दुसरेसे
अलविदा करते है हम
ए जिंदगी चल...
अब बिछड जाते है हम
कुछ खुशी कुछ गम
यही पे छोड जाते है हम..
© प्रशांत शेलटकर
8600583846
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